राम से बड़ा राम का नाम
आज मैं आपको एक ऐसी अनसुनी कथा के बारे में बताना जा रहा हूं जिसको सुनते ही आपका मन हर्षोल्लास से उठ जाएगा| यह कहानी है एक बहुत बड़े व्यापारी की जिसके पास बिल्कुल भी समय नहीं है कि वो भगवान को याद कर सके उनकी पूजा कर सके एक दिन बहुत बड़े तपस्वी ऋषि मुनि व्यापारी की चौखट की और पहुंचते हैं । उनसे कहते हैं वत्स तुम भगवान को क्यों नहीं याद करते | व्यापारी कहते हैं, हे मुनिवर मेरे पास वक्त नहीं है उनको याद करने का क्योंकि मेरे पास इतना काम है मेरी इतनी सारी फैक्ट्रियां हैं जिनकी देखभाल स्वयं मुझे ही करनी पड़ती है। मेरेे पास पूजा करने का समय ही कहां शेष बचा|
फिर मुनिवर बताते हैं की वत्स जब भी तुम्हारे पास समय हो तुम भगवान का नाम लो और उनका मंत्र जप करो श्री राम का जय राम श्री राम जय जय राम रघुपति राघव राजा राम।जब भी तुम्हें समय मिले तुम इस मंत्र का जप करो । मुनिवर की बात सुनकर व्यापारी जब नहाता जब भी अपने आप को स्वच्छ किया करता। भगवान श्री राम का मंत्र जप करता था। एक दिन वह बड़ी ही तेज आवाज में नहाते हुए भगवान राम का मंत्र जप कर रहा था तभी एकदम से राम नाम की “ध्वनि” श्री बजरंगबली हनुमान जी को सुनाई पड़ी उन्होंने सोचा कि कौन है जो मेरे प्रभु को याद कर रहा है|
तभी एकदम से हनुमान जी उस भक्त को देखने पहुंचे उन्होंने देखा कि उनके प्रभु श्री राम को बाथरूम में और स्नान करते हुए गंदी जगह पर उनका नाम ले रहा है |तब श्री हनुमान जी को बहुत क्रोध आया| हनुमान जी ने एक जोर से नाते हुए उसके पीठ पर लात मारी और लात पढ़ते ही वह जमीन पर गिर पड़ा उसके बाद एक दिन हनुमान जी श्री राम के पांव दबा रहे थे। तभी एकदम से भगवान राम की चीख निकली हनुमान जी ने कहा हे प्रभु आप को क्या हो गया है ऐसा क्या लगा है आपकी पीठ पर जो आप मुझे नहीं बता रहे हो|
श्री राम ने कहा हनुमान अगर मैं तुम्हें दिखाऊंगा तो तुम देख नहीं पाओगे महावीर बजरंगबली को बहुत चिंता हुई की प्रभु क्यों नहीं बता रहे कि उन्हें क्या हुआ है|हनुमान जी के बार-बार आग्रह करने के कारण श्रीराम ने उन्हें उनकी पीठ दिखाई उनकी पीठ पर बहुत बड़ी चोट लग चुकी थी। जिसे महावीर हनुमान जी से देखा ना गया उन्होंने कहा कि प्रभु आपको क्या हो गया है| यह कैसे लगी आपको तब श्री राम ने कहा कि याद है हनुमान जब मेरा एक भक्त नहाते हुए मेरा नाम का जप कर रहा था तब तुमने उस पर लात मारी थी तो वही चोट के निशान है यह श्री राम ने कहा कि हनुमान तुम्हारी मार तो कोई सही नहीं सकता तो वह तो एक निर्बल मनुष्य था । राम ने कहा कि मुझे कोई भी कैसी भी परिस्थिति में अगर मेरे नाम का जाप करेगा उसके लिए मैं हमेशा प्रकट हूंगा इसीलिए मैं कहता हूं हनुमान की राम से बड़ा राम का नाम मुझसे बड़ा मेरा नाम है हनुमान|